सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत को एक रहस्यमय और तंत्र मंत्र वाला देश भी माना जाता है। पुरे भारत कई रहस्यों से दबी हुयी है😱 , हलाकि समय के साथ साथ ज्ञान और टेक्निक में आगे बरते गए। लेकिन भारत में आज भी कई ऐसी जगह है जो आपने दामन में कई रहस्यों को समेटे हुए है😳। जिनके बारे में सायद आप भी नहीं जानते होंग। आज में आपको परिचित करवाते है देश के कुछ 😲रहस्य और रोमांच😨 से भरी स्थयनो से।
अजंता एलोरा की गुफाएं
गुफाएं तो भारत में बहुत है पर अजंता एलोरा की गुफाओं के बारे में वैज्ञानिक कहते है की ये गुफाएं किसी एलियंस की समूहों ने बनाये है वो भी 4000 साल पहले। ऐसा कहा जाता है कि यह गुफाएं बनाना इंसान के बस की बात नहीं थी इसलिए एलियंस पृथ्वी पर आकर इसे बनाने गए थे। एलोरा की गुफाएं बेसालटिक पहाड़ी के किनारे बनी हुई हैं। इन गुफाओं में हिंदू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म तीनों का प्रभाव देखने को मिलता है। इन गुफाओं में 350 ईसा पूर्व से लेकर 700 ईसा पूर्व तक की कलाकृति मौजूद हैं।
कमरुनाग झील
देवभूमि हिमाचल के मंडी जिले में आपको ये झील दिखेगा जिसमें ऊपर से ही आपको रुपये और सोने, चांदी के सिक्के चमकते नजर आएंगे। कमरुनाग के नाम से मशहूर इस झील में अरबों का खजाना छिपा हुआ ह। इतना खजाना होने के बावजूद इस खजाने को किसी ने निकालने की हिम्मत नहीं क। इसी झील के किनारे एक प्रसिद्ध मंदिर भी है । इसी मंदिर के पास स्थित है कमरुनाग झी। कहा जाता है कि जो भी भक्त मंदिर में दर्शन करने आते हैं, वो इस झील में सोने-चांदी के गहने और रुपये-पैसे डालता है। इस झील में सोने-चांदी के गहनों और रुपये पैसे डालने की परंपरा सदियों से चली आ रही है और इस परंपरा के आधार पर यह माना जाता है कि इस झील में अरबों का खजाना छिपा हुआ है।
वृंदावन का रंगमहल
सदियों से वृन्दावन एक अत्यन्त पवित्र, रहस्यमयी धार्मिक स्थान है। मान्यता है कि निधिवन में भगवान श्रीकृष्ण एवं श्रीराधा आज भी अर्द्धरात्रि के बाद रास रचाते हैं। रास के बाद निधिवन परिसर में स्थापित रंग महल में शयन करते हैं। रंग महल में आज भी प्रसाद (माखन मिश्री) प्रतिदिन रखा जाता है और शयन के लिए पलंग लगाया जाता है और सुबह जब आप इन बिस्तरों को देखेंगे तो साफ पता चलेगा कि रात में यहां जरूर कोई सोया था और प्रसाद भी ग्रहण कर चूका होता है। इतना ही नहीं, अंधेरा होते ही इस मंदिर के दरवाजे अपने आप बंद हो जाते हैं इसलिए मंदिर के पुजारी अंधेरा होने से पहले ही मंदिर में पलंग और प्रसाद की व्यवस्था कर देते हैं।
समुद्र के नीचे द्वारिका
इस जगह का धार्मिक महत्व तो है ही, रहस्य भी कम नहीं है। कहा जाता है कि कृष्ण की मृत्यु के साथ उनकी बसाई हुई यह नगरी समुद्र में डूब गई। आज भी यहां उस नगरी के अवशेष मौजूद हैं। लेकिन प्रमाण आज तक नहीं मिल सका कि यह क्या है। विज्ञान इसे महाभारतकालीन निर्माण नहीं मानता। 2005 में द्वारिका के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान में भारतीय नौसेना ने भी मदद की। अभियान के दौरान समुद्र की गहराई में कटे-छंटे पत्थर मिले और यहां से लगभग 200 अन्य नमूने भी एकत्र किए, लेकिन आज तक यह तय नहीं हो पाया कि यह वही नगरी है अथवा नहीं जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने बसाया था।
Very nicely represented and explained...
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